(1)खाना बनाते वक़्त मै कुछ सोच रहा था और मेरी उगली जली!
पता है क्या सोच रहा था!
चुरा के दिल मेरा ..............गोरिया चली!
(1-1) खाना बनाते वक़्त मेरी उगली जली!
चुरा के दिल मेरा ..............गोरिया चली
2.कहानीयो के हकदार नही,इतिहास के वारसदार हैं # हम !!
3.गुमान न कर अपने दिमाग पे मेरे दोस्त ,जितना तेरा दिमाग हे उतना तो मेरा दिमाग खराब रेहता हे !!
4.न कहा करो हर बार की हम छोड़ देंगे तुमको,न हम इतने आम हैं, न ये तेरे बस की बात है…!!
5.भाई की पहोंच #दिल्ली से लेकर #कब्रस्तान तक हैं ,आवाज दिल्ली तक जाती हैं ओर #दुश्मन कब्रस्तान तक
6.मेरी खामोसी को कमजोरी ना समझऐ काफिर ,,गुमनाम समन्दर ही खौफ लाता है ।
7.हम आहिर हे, प्यार से मांग लो‘ जान हाजिर ‘ ।वरना तलवारों से इतिहास लिखनाहमारी परंपरा हे ।।
8.माँ ने कहा था कभी किसीका दिल मत तोडना,,इसलिए हमने दिल को छोड के बाक़ी सब तोड़ा !!
9.हमारी गोली जान नही लेती बोस,,दुसरो के अन्दर जानवर जगा देती हे ।
10.क्या करे बुरी आदत हे हमारी ,,नर्क के दरवाजे के सामने खड़े होकर पाप करते हे !!
11.आहिरों का बस यही अंदाज हे ,जब आते हे तो गरमी अपने आप बढ़ जाती हे ।
12.कुत्ते भोंकते हे अपना वजूद बनाये रखने के लिये ,,और लोगो की खामोशी हमारी मौजूदगी बया करती हे ।।
13.माना की तेरी एक आवाज सेभीड हो जाती हे ,,…..लेकिन हम भी आहिर हे ,,हमारी एक ललकार से पूरी भीड़बिखर जाती हे ।।
14.तेवर तो हम वक्त आने पे दिखायेंगे ,,शहेर तुम खरीदलो उस पर हुकुमत हम चलायेंगे…!!!
15.बादशाह नहीं बाजीगर से पहचानते है लोग ,,“……क्यूकी…….”हम रानियो के सामने झुका नहीं करते….!!
16.शेर खुद अपनी ताकतसे राजा केहलाता है;
जंगल मे चुनाव नही होते.. ।।
17.में बंदूक और गिटारदोनों चलाना जानता हूं ।तय तुम्हे करना हे कीआप कौन सी धुन पर नाचोगे..।।
18.तुम गरदन जुकाने की बात करते हो ,हम वौ है जो आंख उठाने वालोकी गरदन प्रसाद मै बाट देते है..।।
19.पसंन्द आया तो दिल में ,नही तो दिमाग में भी नही ।
20.अकल कितनी भी तेज ह़ोनसीब के बिना नही जित सकती ,बिरबल काफी अकलमंद होने के बावजूद..कभी बादशाह नही बन सका ।
21. रेस चाहे गाडियों की हो या जिन्दगी की जीतते वही है जो सही वक़्त पर गियर बदले
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